आयुर्वेद और नेचुरोपैथी एक्सपर्ट डॉ. किरण गुप्ता कहती हैं, मिट्टी में ऐसे तत्व होते हैं जो सीधे तौर पर शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं. मिट्टी के बर्तनों में खाना बनाने और इसमें खाना रखकर खाने के फायदे क्या हैं और विज्ञान क्या कहता है, जानिए
धीरे-धीरे लोग आयुर्वेद और नेचुरोपैथी की ओर लौट रहे हैं. इसी का एक हिस्सा है मिट्टी के बर्तनों का बढ़ता इस्तेमाल. आयुर्वेद और नेचुरोपैथी एक्सपर्ट डॉ. किरण गुप्ता कहती हैं, मिट्टी में ऐसे तत्व होते हैं जो सीधे तौर पर शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं. एक बार फिर से इनमें खाना पकाने और खाना परोसने का ट्रेंड बढ़ रहा है. यह सेहत के लिहाज बेहतर होता है.जानिए, मिट्टी के बर्तनों में खाना बनाने और इसमें खाना रखकर खाने के फायदे क्या हैं और विज्ञान क्या कहता है, जानिए इसके बारे में…
नेचुरोपैथी एक्सपर्ट डॉ. किरण गुप्ता कहती हैं, मिट्टी के बर्तनों में खाना रखकर खाने से शरीर में फास्फोरस, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मिनिरल्स पहुंचते हैं. जबकि दूसरे कांच, स्टील या एल्युमिनियम के बर्तनों से ऐसे फायदे नहीं मिलते हैं. मिट्टी में बना और रखा हुआ खाना पेट के लिए खासतौर पर फायदेमंद होता है. यह गैस और अपच की समस्या में राहत देता है.
कोलेस्ट्रॉल को भी कुछ हद तक कम करने में मिट्टी के बर्तन मदद करते हैं. एक्सपर्ट कहते हैं, जब अधिक तेल वाले खाने को मिट्टी के बर्तन में रखते हैं तो ये कुछ हद तक तेल को एब्जॉर्ब करते हैं. बहुत ज्यादा तो नहीं, लेकिन कुछ हद तक कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम हो जाता है. इसके अलावा मिट्टी के बर्तनों में पकाए गए खाने में खास तरह की खुशबू और स्वाद होती है. यानी टेस्ट में इजाफा हो जाता है.
नेचुरोपैथी एक्सपर्ट डॉ. किरण गुप्ता कहती हैं, अगर आपको हेल्दी रहना है मिट्टी की हांडी में खाना बनाने की शुरुआत करनी चाहिए. इनमें कई तरह के सूक्ष्म पोषक तत्व पाए जाते हैं जो खाने की मदद से सीधे शरीर तक पहुंचते हैं. ये तत्व प्रेशर कुकर में बने खाने में नहीं होते. इसलिए मिट्टी के बर्तनों को अपने किचन का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ रहें.
अगर आप मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो उसे 15 से 20 मिनट के लिए पानी में भिगो दें. फिर इसे पानी से साफ करें उसके बाद ही इस्तेमाल करें. इससे खाने में इस्तेमाल होने वाले तेल और पानी को बर्तन तुरंत एब्जॉर्ब नहीं करेंगे. इसे धोने के लिए कभी भी साबुन का प्रयोग न करें. ऐसे बर्तन साफ करने के लिए गर्म पानी का प्रयोग करना ही बेहतर माना जाता है.