खपराड़ीह के किसान की जमीन पर अल्ट्राटेक सीमेंट ने जबरन कब्जा किया

  • खेत में बिना अनुमति के गड़ाए हाई टेंशन बिजली के खम्भे

बलौदाबाजार। ग्राम पंचायत खपराड़ीह के गरीब किसान शिवकुमार वर्मा के द्वारा शिवसेना जिलाध्यक्ष संतोष यदु को उनके निवास में सौजन्य भेटकर मद्दक की गुहार लगाकर ज्ञापन सौपते हुए बताया की वह खेती किसानी कर अपने परिवार का पालन पोषण करता हैं जिनका खपराड़ीह में खसरा नंबर 269/1 रकबा 0.454 हैं जो गुमा खार का खेत हैं जिसमें अल्ट्राटेक सीमेंट रावन संयंत्र के द्वारा खपराड़ीह व गुमा खार में माईंस बनाया गया हैं जिसके लिए संयंत्र से बिजली ले जाने 11 केव्ही का हाई टेंशन तार खपराड़ीह के गरीब किसान शिवकुमार वर्मा के खेतो में बिना किसी अनुमति के जबरन कब्जा कर लोहे के बड़े बड़े खम्भे गड़ाकर उसमें तार से करंट माईंस तक ले जाया गया हैं लाकडाऊन में सभी परिवार घर से नहीं निकलने के कारण संयंत्र प्रबंधन ने चोरी से बिना बताए खम्भो को गड़ा दिया जब किसान शिवकुमार को जानकारी हुआ तो प्रबंधन से मुआंवजा दो या खम्भे को मेरे खेत से हटाओं बोला गया तो प्रबंधन ने हिला हवाला देकर टाल दिया । पिड़ीत किसान कई महिनो से संयंत्र का चक्कर लगाकर थर चुका हैं उनका कहना हैं की खेंत में खम्भे व तार को गड़ाने के कारण कृषि कार्य करने में समस्या होता हैं जिसके कारण शिवसेना के जिलाध्यक्ष संतोष यदु से मुलाकात किया हैं जिन्होने जल्द ही अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र से उचित मुआंवजा दिलाने की बात कही हैं । वही संतोष यदु ने बताया की अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र रावन ही नहीं हिरमी व सेंचुरी बैंकुण्ठ के साथ ही जिले के कई संयंत्रो के द्वारा गरीब किसानो की जमीन पर कब्जा किया गया हैं अकेले अल्ट्राटेक रावन सीमेंट के द्वारा दर्जनो किसानो की जमीन को कब्जा करने का मामला न्यायालय मे चल रहा हैं जिसका मुआवजा किसानो को अब तक नहीं मिला है कई किसान तो संयंत्र से मुआवजा की माँग करते हुए अपना प्राण त्याग दिये लेकिन मुआवजा नहीं मिला जल्द ही किसानो के जमीन का मुआवजा नहीं दिया गया तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा चाहे जितना भी संघर्ष करना पड़े किसानो को उनकी जमीन का मुआवजा दिलवा कर रहुंगा।
वही संयंत्र के प्रशासनिक प्रमुख विनोद कुमार नामबियार ने पत्रकारो को बताया की उन्हे जानकारी नहीं थी वे अगर ऐसा हुआ हैं तो जल्द जाँच कर पता किया जाएगा अल्ट्राटेक सीमेंट इस प्रकार का कार्य नहीं करता हैं।

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