स्कूल सत्र शुरू हो गई किताबें अभी तक नहीं पहुंची अफरसरों पर भड़के प्रमुख सचिव

रायपुर। स्कूली शिक्षा सत्र शुरू हो चुका है। इसके बाद भी अफसरों की लापरवाही से अभी तक न ही बच्चों को किताबें मिल पाई हैं और न ही बच्चों के डेटा की ऑनलाइन एंट्री हो पाई है। कुछ इन्हीं मुद्दों को लेकर सोमवार को स्कूल शिक्षा के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों की बैठक लेकर कुछ अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। पोर्टल पर गलत एंट्री, पिछले साल के बच्चों के रिपोर्ट कार्ड, शिक्षकों की भर्ती, किताबें, यूनिफार्म, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूलों में प्रतिनियुिक्त, संविदा भर्ती आदि मुद्दों को लेकर उन्होंने अफसरों की जमकर क्लास ली। कुछ अधिकारियों से वे इतने नाराज दिखे कि गड़बड़ी करने पर निलंबित करने तक की चेतावनी दे डाली।
समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव ने पाया कि समग्र शिक्षा विभाग में पदस्थ शैलेंद्र वर्मा पिछले कई सालों से डाटा एंट्री का काम संभाल रहे हैं। समय पर एंट्री न हो पाना और डाटा में गड़बड़ी होने की शिकायतें आम हैं, लेकिन आज तक इसी पद पर बने हुए हैं। हाल ही में शगुन पोर्टल पर गलत जानकारी देने के मामले में प्रमुख सचिव ने शैलेंद्र वर्मा को जमकर फटकारा।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगली बार कोई भी डाटा एंट्री करने से पहले अपने प्रबंधक संचालक से अप्रुवल ले लें, अपनी कार्यप्रणाली सुधार लें। गौरतलब है कि विभाग में डाटा एंट्री का अपना एक महत्व है। स्कूलों, शिक्षकों, भवनों, गुणवत्ता संबंधित योजनाओं की जानकारी पोर्टल पर गलत होने पर प्रमुख सचिव बैठक काफी नाराज दिखे। यह पहली दफा नहीं है जब इस तरह राज्य में योजनाएं से संबंधित जानकारी गलत दी गई हो।
डाटा सेक्शन संभाल रहे अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर पहले भी रिपोर्ट अच्छी नहीं रही है। बताया जाता है कि अधिकारी मनमानी कार्यालय में बैठे-बैठे मनमानी डाटा फीड कर रहे हैं, इससे सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है। उन्होंने अफसरों से दो टूक कह दिया कि बच्चों की पढ़ाई के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रमुख सचिव ने कहा कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूलों के लिए दो जुलाई तक प्रतिनियुक्ति और 31 जुलाई तक संविदा शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने पिछले साल आनलाइन पढ़ाई करने वाले बच्चों का असेसमेंट किया था, लेकिन अभी तक सभी बच्चों का रिपोर्ट कार्ड नहीं पहुंच पाया है।
पाठ्यपुस्तक निगम में घालमेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के महत्वाकांक्षी स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों की भी कुछ अफसर पलीता लगा रहे हैं। खासकर पाठ्यपुस्तक निगम के अधिकारियों ने अभी तक न केवल अंग्रेजी माध्यम स्कूल ,बल्कि हिंदी माध्यम स्कूलों के बच्चों के लिए किताबें नहीं भेजा है। इसे लेकर लेकर भी प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला ने नाराजगी जताई। इस मौके पर स्कूल शिक्षा के सचिव व संचालक डॉ. कमलप्रीत, एससीईआरटी के संचालक डी. वेंकट राहुल, उप संचालक आशुतोष चावरे, सहायक संचालक एएन बंजारा आदि मौजूद रहे।

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