सोनाखान की मिट्टी पहुंची रायपुर के उस चौक जहा सन् 1857 में शहीद हुए वीर नारायण सिंह

Sonakhan's soil reached the square of Raipur where Veer Narayan Singh was martyred in 1857.

सोनाखान की मिट्टी पहुंची रायपुर के उस चौक जहा सन् 1857 में शहीद हुए वीर नारायण सिंह

VM News desk Raipur :-

रायपुरछत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर शहर का जयस्तम्भ चौक शुक्रवार को शहीद वीर नारायण सिंह के जयकारों से गूंजता रहा। यह वही स्थान है जहां 164 साल पहले वीर नारायण सिंह को अंग्रेजो ने फांसी दी थी। इस मौके पर शहीद वीर नारायण सिंह की जन्मभूमि सोनाखान से सैकड़ों ग्रामीण 8 दिन पदयात्रा करते हुए रायपुर पहुंचे । वे अपने साथ सोनाखान की मिट्टी भी लाए थे जिसे वीर नारायण सिंह के शहादत स्थल पर डाला गया।

Sonakhan's soil reached the square of Raipur where Veer Narayan Singh was martyred in 1857.

पदयात्रा का उद्देश्य जयस्तभ चौक पर वीर नारायण सिंह की आदमकद मूर्ति का निर्माण करवाना था पदयात्रा में बड़ी संख्या मैं महिलाएं भी शामिल रहे पीले रंग की गमछा ध्वज हाथ में थाम रखा था, राजधानी के प्रमुख मार्गो का भ्रमण करते हुए पदयात्रा जयस्तंभ चौक पहुंची वहां समाज के रीति रिवाज परंपरा के अनुसार पूजा की गई कार्यक्रम के बाद राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी दिया गया ज्ञापन में राजधानी के जय स्तंभ चौक पर शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की गई उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने उनकी यह मांग पूरी भी कर दी है।

Sonakhan's soil reached the square of Raipur where Veer Narayan Singh was martyred in 1857.
लाखन सिदार

कार्यक्रम का नेतृत्व आदिवासी सेना प्रदेश अध्यक्ष दीनू नेताम साथ भी शामिल रहे राष्ट्रीय गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की कार्यकारिणी युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष लाखन सिंह सिदार, नेतराम ध्रुव, संतराम ध्रुव, दीपेश सिदार, इंदर ध्रुव, गज्जू हल्बा, बंटी ध्रुव, सहित हजारों की संख्या में आदिवासी महिला एवम पुरुष शामिल रहे।

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