पिज्जा को हमेशा से ही लग्जरी फूड में गिना गया, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इसकी शुरुआत गरीबों और मजदूरों के लिए की गई थी. एक घटना की वजह से यह इतना पॉप्युलर हुआ कि अमीरों का फूड बन गया और गरीबों से दूर होता गया. जानिए इसका दिलचस्प किस्सा..
गूगल डूडल ने सोमवार को पिज्जा पजल गेम की शुरुआत की. पिज्जा को हमेशा से ही लग्जरी फूड में गिना गया, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इसकी शुरुआत गरीबों और मजदूरों के लिए की गई थी. एक घटना की वजह से यह इतना पॉप्युलर हुआ कि अमीरों का फूड बन गया और गरीबों से दूर होता गया. पिज्जा को इटली की देन माना जाता है. यहीं इसे गरीबों के लिए बनाया और यहीं से पिज्जा में ऐसा बड़ा बदलाव हुआ कि ये दूसरे देशों तक पहुंचा और दुनिया का लग्जरी फूड बन गया.
पिज्जा की शुरुआत 18वीं शताब्दी में इटली के नेपल्स शहर से हुई. नेपल्स को यूरोप के समृद्ध शहरों में गिना जाता था. यहां आर्थिक गतिविधियां होने के कारण दूर-दूर से किसान, व्यापारी और रोजगार की तलाश में मजबूर पहुंचते थे. किसानों और मजदूरों के लिए यहां सड़क किनारे बड़ी सपाट ब्रेड पर सस्ती सब्जियां और मीट के टुकड़ों को रखकर बेचा जा जाने लगा. जिसके टुकड़े काटकर बेचा जाता था. सस्ता खानपान होने के कारण मजदूर और किसान इसी से अपना पेट भरते थे.
धीरे-धीरे इनमें नमक, लहसुन, सूअर का मांस, टमाटर, मछली और काली मिर्च का इस्तेमाल बढ़ गया. इस तरह पिज्जा के स्वाद में भी इजाफा हुआ. यहां के आम लोगों को भी इसका स्वाद भाने लगा और इसकी बिक्री बढ़ी. लेकिन सही मायने में आज की तरह दिखने वाले आधुनिक पिज्जा की शुरुआत 1889 में हुई. इसका श्रेय नेपल्स शहर के बेकर रॉफेल एस्पिओसिटो को जाता है.
1889 में किंग अम्बरटो प्रथम और क्वीन मार्गरिटा नेपल्स पहुंचे. फ्रेंड फूड के शौकीन होने के कारण इन्हें ज्यादातर ऐसा ही खाना परोसा गया. एक ही जैसा खाना खाकर परेशान होने के बाद उनके सामने कुछ नया परोसने के लिए रॉफेल एस्पिओसिटो को बुलाया गया. रॉफेल ने मेहमान के लिए तीन तरह के पिज्जा बनाए. तीनों में से मोजेरेला चीज से बनाया गया पिज्जा महारानी मार्गरिटा को काफी पसंद आया, इसलिए उस पिज्जा का नाम मार्गरिटा पड़ा. जो सबसे फेमस हुआ.
19वीं सदी में इटली के लोग अमेरिका इस रेसिपी को लेकर पहुंचे. इस तरह अमेरिका में पिज्जा फेमस होने लगा.1905 में न्यूयॉर्क सिटी में पहला पिज्जा रेस्टोरेंट ‘लोम्बार्डी’ शुरू हुआ. समय के साथ पिज्जा में कई बदलाव आए, यह महंगा होता चला गया. नतीजा, यह गरीबों से दूर होता गया और अमीरों के खानपान का अहम हिस्सा बनता गया. आज भी पिज्जा को एक महंगे लग्जरी फूड के तौर पर पेश किया जाता है.