डोगरी और हिंदी की प्रतिष्ठति कवयित्री पदमा सचदेव का निधन

पद्मा सचदेव डोगरी भाषा की पहली आधुनिक कवयित्री मानी जाती हैं। वे हिन्दी में भी लिखती थीं और हिंदी पाठकों में भी काफ़ी लोकप्रिय हैं।

डोगरी और हिंदी की प्रतिष्ठति कवयित्री पदमा सचदेव का निधन

वर्तमान मंथन/दुर्ग : डोगरी और हिंदी की प्रतिष्ठति कवयित्री पदमा सचदेव कल सुबह निधन हो गया। साहित्य अकादमी अवार्ड से सम्मानित पद्मा सचदेव को पद्मश्री सम्मान से भी सम्मानित किया गया था।

पद्मा सचदेव डोगरी भाषा की पहली आधुनिक कवयित्री मानी जाती हैं। वे हिन्दी में भी लिखती थीं और हिंदी पाठकों में भी काफ़ी लोकप्रिय हैं। ‘मेरी कविता मेरे गीत’ के लिए उन्हें सन् 1971 में साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हुआ। वर्ष 2001 में पद्मश्री सम्मान और वर्ष 2008 में उन्हें मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कबीर सम्मान से सम्मानितकिया गया l

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