MSRTC ने हड़ताल कर रहे 9625 कर्मचारियों को किया निलंबित, 1990 बर्खास्त, जानें पूरा मामला

महाराष्ट्र सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) इन दिनों काफी संकट से गुजर रहा है. अपनी मांगों को लेकर चल रही हड़ताल में शामिल होने के आरोप में शनिवार को 245 और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. इनके अलावा, इस मामले में 10 कर्मचारियों को बर्खास्त भी किया गया है.

बताते चलें कि कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से एमएसआरटीसी की बस सेवा करीब एक महीने से प्रभावित चल रही है. कर्मचारी संगठन की मांग है कि वित्तीय मुश्किल से गुजर रहे एमएसआरटीसी का राज्य सरकार में विलय किया जाए, इस मांग को लेकर ही निगम के कर्मचारी 28 अक्टूबर से लगातार हड़ताल पर हैं.

अभी तक 9,625 कर्मचारियों को किया जा चुका है निलंबित

एमएसआरटीसी के एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि हड़ताल में शामिल होने वाले 9,625 कर्मचारियों को अभी तक निलंबित किया जा चुका है जबकि 1,990 कर्मचारियों को बर्खास्त भी किया गया है. निगम का दावा है कि वर्तमान में 67 डिपो से बसों का परिचालन हो रहा है और शनिवार को निगम ने 1,564 बस सेवाओं का परिचालन किया.

बताते चलें कि बीते शुक्रवार को महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा था कि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों द्वारा की जा रही हड़ताल को देखते हुए राज्य सरकार महाराष्ट्र आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम के तहत कार्रवाई करने पर गंभीरता से विचार कर रही है.

सरकार ने कर्मचारियों को दिया अच्छा सैलरी हाइक

अनिल परब ने कहा शुक्रवार को कहा, “ऐसे कई लोग हैं, जो राज्य परिवहन कर्मचारियों को काम पर लौटने से रोक रहे हैं. यह हड़ताल तब तक खत्म नहीं होगी जब तक उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती.”

परिवहन मंत्री अनिल परब ने राज्य सरकार की सराहना करते हुए कहा, “महाराष्ट्र सरकार ने एमएसआरटीसी के कर्मचारियों को बहुत अच्छा सैलरी हाइक दिया है. हालांकि, कुछ लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि सैलरी हाइक एक धोखा है. हमने तो सैलरी हाइक को लेकर एक अधिसूचना भी जारी की है. जब कर्मचारी अपनी सैलरी स्लिप देखेंगे तो उन्हें मालूम चल जाएगा कि हमने कोई धोखा नहीं किया है.”

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