मन की बात में 78वां संबोधन : भारत के लेागों ने दिया सूझबूझ का परिचय : पीएम मोदी

मन की बात में पीएम मोदी ने दिए ये मंत्र: 
वैज्ञानिकों पर भरोसा करें, खिलाडिय़ों का मनोबल बढाएं

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से देश की जनता को संबोधित किया। सबसे पहले उन्होंने मिल्खा सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कुछ दिन पहले ही कोरोना से उन्हे हमसे छीन लिया है। यह उनका 78वां संबोधन है।
राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जब बात टोक्यो ओलिंपिक की हो रही हो, तो भला मिल्खा सिंह जी जैसे महान धावक को कौन भूल सकता है। कुछ दिन पहले ही कोरोना ने उन्हें हमसे छीन लिया। जब वे अस्पताल में थे, तो मुझे उनसे बात करने का अवसर मिला था। साथियों, जीवन में हम जहां भी पहुंचते हैं, जितनी भी ऊंचाई प्राप्त करते हैं, जमीन से ये जुड़ाव, हमेशा, हमें अपनी जड़ों से बांधे रखता है। जब टेलेंट, डेडीक्शन, डेटरमेंशन और स्पोर्ट्स मेन एक साथ मिलते हैं, तब जाकर कोई चैंपियन बनता है। टोक्यों जा रहे हमारे ओलिंपिक दल में भी कई ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं, जिनका जीवन बहुत प्रेरित करता है।
कोरोना के खिलाफ हम देशवासियों की लड़ाई जारी है
21 जून को वैक्सीन अभियान के अगले चरण की शुरुआत हुई। उसी दिन देश ने 86 लाख से ज़्यादा लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड भी बना दिया..वो भी एक दिन में। कभी-ना-कभी, ये विश्व के लिए मामला अध्ययन का विषय बनेगा कि भारत के गांव के लोगों ने, हमारे वनवासी-आदिवासी भाई-बहनों ने, इस कोरोना काल में, किस तरह, अपने सामर्थ्य और सूझबूझ का परिचय दिया। कभी-ना-कभी ये विश्व के लिए केस स्टडी का विषय बनेगा कि भारत के गांव के लोगों, हमारे वनवासी-आदिवासी भाई-बहनों ने इस कोरोना काल में किस तरह अपने सामर्थ्य और सूझबूझ का परिचय दिया। गांव के लोगों ने क्वारंटीन सेंटर बनाए, स्थानीय जरूरतों को देखते हुए कोविड प्रोटोकॉल बना।
मानसून का भी किया जिक्र
हमारे देश में अब मानसून का सीजन भी आ गया है बादल जब बरसते हैं तो केवल हमारे लिए ही नहीं बरसते बल्कि बादल आने वाली पीढिय़ों के लिए भी बरसते हैं। बारिश का पानी जमीन में जाकर इकठ्ठा होता है,जमीन के जलस्तर को भी सुधारता है इसलिए मैं जल सरंक्षण को देश सेवा का एक ही रूप मानता हूं हमारे शास्त्रों में कहा गया है- “नास्ति मूलम् अनौषधम्” अर्थात, पृथ्वी पर ऐसी कोई वनस्पति ही नहीं है जिसमें कोई न कोई औषधीय गुण न हो! हमारे आस-पास ऐसे कितने ही पेड़ पौधे होते हैं जिनमें अद्भुत गुण होते हैं, लेकिन कई बार हमें उनके बारे में पता ही नहीं होता!
डॉक्टरों के योगदान के हम आभारी: पीएम मोदी
1 जुलाई को हम राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाएंगे। ये दिन देश के महान चिकित्सक और स्टेट्समैन डॉक्टर बीसी राय की जन्म-जयंती को समर्पित है। कोरोना-काल में डॉक्टरों के योगदान के हम सब आभारी हैं। हमारे डॉक्टर्स ने अपनी जान की परवाह न करते हुए हमारी सेवा की है्।
एक जुलाई को चार्टड एकाउंटेंट डे भी मनाया जाता है। अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए चार्टड एकाउंटेंट बहुत अच्छी और सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। मैं सभी चार्टड एकाउंटेंट, उनके परिवार के सदस्यों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

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