कोलकाता: बंगाल चुनाव 2021 के परिणामों की घोषणा के एक महीने बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़कर अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल कांग्रेस में लौटने वाले मुकुल रॉय की सुरक्षा केंद्र सरकार ने वापस ले ली है. सरकारी सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआइ ने यह जानकारी दी है.
एएनआइ ने एक ट्वीट करके कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेता मुकुल रॉय की सुरक्षा वापस ले ली है. इसके आदेश भी जारी कर दिये गये हैं. बताया गया है कि इस आशय का आदेश बुधवार (16 जून) को ही जारी कर दिये गये थे.
गृह मंत्रालय का आदेश मिलने के बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने मुकुल रॉय की सुरक्षा में तैनात अपने जवानों को वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. मुकुल रॉय को केंद्र सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा उस वक्त दी थी, जब वह भारतीय जनता पार्टी में थे.
भाजपा में मुकुल रॉय को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था. बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गयी थी. ऐसी उम्मीद थी कि इस बार ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार को भाजपा सत्ता से बेदखल कर देगी. इसलिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने जबर्दस्त प्रचार अभियान चलाया था.
चुनाव परिणाम भाजपा की आशा के विपरीत आये. हालांकि पार्टी 3 सीट से 77 सीट पर पहुंच गयी, लेकिन सत्ता से काफी दूर रही. बंगाल में लगातार तीसरी बार ममता बनर्जी की अगुवाई में तृणमूल की सरकार बनने के बाद मुकुल रॉय ने एक बार फिर पलटी मारी और टीएमसी सुप्रीमो की मौजूदगी में घरवापसी की.
टीएमसी ने मुकुल को दी है वाई श्रेणी की सुरक्षा
मुकुल के पार्टी में लौटते ही ममता बनर्जी की बंगाल सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का एलान कर दिया. वहीं, मुकुल रॉय ने कहा कि आने वाले दिनों में भारतीय जनता पार्टी में कोई नहीं रह जायेगा. खबर है कि भाजपा में शामिल होने के बाद जिस तरह से उन्होंने तृणमूल में तोडफ़ोड़ मचायी थी, अब टीएमसी के लिए बीजेपी में तोडफ़ोड़ मचाने वाले हैं.