टिकट चेकिंग अभियान के तहत नवंबर में वसूले गए 6.6 करोड़ रुपये से भी ज्यादा, पिछले दस सालों में एक महीने का सर्वोत्तम आंकड़ा

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Indian Railway : उत्तर पश्चिम रेलवे पर नवंबर महीने में विशेष टिकट चेकिंग अभियान के तहत कुल 6 करोड़ 62 लाख 314 रुपये की आय अर्जित की गई है, जो कि पिछले दस सालों में सबसे ज्यादा है. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि, उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबन्धक विजय शर्मा के दिशा-निर्देशों के बाद चारों मण्डलों पर नवंबर महीने में विशेष टिकट चेकिंग का अभियान चलाया गया थे.

इस अभियान के तहत जिसमें चारों मण्डलों के टीसी/टीटीई और प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबन्धक स्क्वॉड के कर्मचारियों ने विशेष अभियान में 1,24,523 यात्रियों पर बिना टिकट यात्रा के फलस्वरूप 6 करोड़ 62 लाख 314 रुपये का जुर्माना किया गया. बिना टिकट यात्रा करने वाले केस और रेल राजस्व की दृष्टि से उत्तर पश्चिम रेलवे पर पिछले दस साल में यह सर्वोत्तम आंकड़ा है.

समय-समय पर चलाए जाते हैं टिकट चेकिंग अभियान

वहीं, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि के अनुसार टिकट चेकिंग में बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों पर ज्यादा प्रयास कर यह उपलब्धि प्राप्त की गई है. दरअसल रेलवे प्रशासन की ओर से समय-समय पर टिकट चेकिंग अभियान चलाए जाते है, जिससे लोगों में बिना टिकट यात्रा और दूसरे अवैध यात्रा के तरीकों पर रोक लगाई जा सकें. सभी यात्रियों से अनुरोध भी किया गया है कि वो अपना उचित टिकट लेकर ही निर्धारित श्रेणी में यात्रा करें.

बिना टिकट के यात्रा करने वालों पर जुर्माना

आज के दौर में भी अधिकतर लोग ट्रेनों से सफर करना ही सबसे ज्यादा सुविधाजनक मानते हैं. ऐसे में लंबी दूरी के लिए सफर करने की बात हो या छोटी, यात्री ट्रेनों से ही सफर करते हैं. इसी को देखते हुए, रेलवे की तरफ से भी यात्रियों के लिए लगातार ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है. ताकि यात्री बिना परेशानी के सफर कर सकें. एक ओर जहां कई यात्री टिकट लेकर यात्रा करते हैं, ऐसे में हजारों की संख्या में ऐसे लोग भी होते हैं जो बिना टिकट के ही सफर करते हैं, जिनके खिलाफ टिकट चेकिंग अभियान चलाते हुए करोड़ों रुपये से ज्यादा वसूले हैं.

त्योहारों के मद्देनजर यात्रियों की थी काफी संख्या

दरअसल पिछले महीने यानी की नवंबर महीने में कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया था, क्योंकि त्योहारों के मद्देनजर काफी संख्या में लोग अपने घर जाते हैं उस स्थिति में अधिकतर लोग वो भी रहे होंगे, जिनके पास टिकट नहीं होगा. साथ ही नवंबर में बड़ी संख्या में त्योहारों के समय लोगों ने घर से आना जाना भी किया, शायद यही वजह रही होगी कि नवंबर महीने में यह आंकड़ा हासिल हुआ है.

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