राज्यपाल अनुसुईया उइके पाटेश्वर धाम के कार्यक्रम में हुई शामिल
प्रदेश की राज्यपाल अनुसुईया उइके बालोद जिले में डौण्डीलोहारा तहसील के पाटेश्वर सेवा संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई।
वर्तमान मंथन/बालोद : पाटेश्वर धाम के लिए बहुत ही ऐतिहासिक दिन था जब महामहिम राज्यपाल सुश्री अनुसुइया जी का श्री हनुमान नंदी शाला पाटेश्वर धाम में आगमन हुआ तो संत श्री राम बालक दास जी ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया ततपश्चात महामहिम जी ने गौ मंदिर पहुचीं और सुंदर सजी धजी 5 गायों का विधि विधान से पूजन कर गुड़, हरा घास, रोटी व फल खिलाकर गौमाता का आशीर्वाद लिया। इस पूजा में संत श्री राम बालक दास जी भी महामहिम जी के साथ रहे।
इसके बाद गौशाला में निर्मित अतिथि गृह में महामहिम जी एवं उनके साथ आये अतिथियों ने सीता रसोई में बने हुए महाप्रसाद भोजन ग्रहण किया। ततपश्चात महामहिम राज्यपाल पाटेश्वरधाम पहुंच कर मंदिर परिसर में विराजमान देवी देवताओं का क्रमशः पूजा अर्चना करते हुए सदगुरुदेव श्रीमहंत राम जानकी दास महात्यागी से भेंट मुलाकात कर पाटेश्वर संस्कार वाहिनी व आम जनमानस से रूबरू होते हुए सभी को प्रणाम जय सियाराम कहते हुए भाव विभोर होते हुए संत श्रीराम बालक दास महात्यागी से चर्चा करते हुए सुआ नृत्य दल व पारम्परिक बाजे गाजे से स्वागत प्रदर्शन करते मण्डली को हाथ का इशारा कर अपने निकट बुलाया और उनके साथ तश्वीर खिंचवाई। सहज सरल स्वभाव व सेवाभाव देखकर महामहिम राज्यपाल ने सभी का प्रशंसा करते हुए मंच में पहुंचे जहां उपस्थित जन समुदाय करतल ध्वनि से स्वागत किया। महामहिम राज्यपाल का मंच संचालन गौतम सिन्हा ने किया। जगह जगह श्रद्धालु भक्तों ने अपने मोबाईल से सेल्फी लेते नजर आये। शनिवार को माघी पूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर ब्रम्हमुहूर्त में स्वर्ण गंगा कुंड के जल से स्नान कर मंदिर परिसर तथा पेड़ पौधों के निकट दीपक जलाकर रोशनी किया गया। दूसरी ओर यज्ञ मंडप में ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ में आहुतियाँ दे रहे थे। दोपहर 1 बजे यज्ञ भगवान की पूर्णाहुति हुआ। सीता रसोई में खीर पूड़ी के साथ भोजन भंडारा अनवरत जारी रहा। दोपहर 2 बजे राम कथा वाचक पूर्णेन्दु तिवारी चित्रकुट धाम ने प्रतिदिन की भांति रामकथा से सबको भाव विभोर किया।
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होने कहा सदियों से बाबा पाटेश्वर का आशीर्वाद इस क्षेत्र को मिलता रहा है। उन्होंने कहा वर्षों पहले महंत श्रीराम जानकीदास महात्यागी यहा पधारे थे और उन्होंने यहा के स्थानीय निवासियों के सहयोग से यहा इतना अच्छा आश्रम विकसित किया । हमारा समाज संस्कारों तथा परम्पराओं से जुड़ा हुआ है। सदियों से यह माना जाता रहा है कि जहा पर जैसा कार्य किया जाता है, वहा का वातावरण उसके अनुरूप हो जाता है। आज श्रीपाटेश्वर सेवा संस्थान में आकर इसकी अनुभूति मुझे हो रही है।
राज्यपाल उइके ने कहा इस स्थान पर आते ही प्राकृतिक सौंदर्य भी देखने को मिलता है, पाटेश्वर सेवा संस्थान प्रकृति से तादम्य स्थापित करने और समाज में एकता और सद्भाव तथा सामाजिक समरसता का संदेश प्रदान कर रहा है, यह संस्थान सिर्फ धार्मिक आस्था का ही केन्द्र नहीं है, बल्कि समाज को एक सूत्र में बांधने और संस्कार भी प्रदान कर रहा है, उन्होंने कहा कि इनके कार्यों से यह संदेश मिलता है कि जो भी देव और संत महात्मा इस भूमि में अवतरित हुए उनका लक्ष्य मानव सेवा था और उसी कार्य को आजीवन करते रहे, भले ही उनके तरीके अलग-अलग रहे हों।
राज्यपाल उइके ने कहा अभी कोरोना का संकट समाप्त नही हुआ है, सावधानिया रखें और मास्क जरूर लगाए। उन्होंने कहा पहले भी सरकार द्वारा सभी लोगों से आग्रह किया गया था कि जब भी भीड़भाड़ में जाए तब मास्क अवश्य लगाए और समय-समय पर हाथ धोते रहें, ताकि इस संक्रमण से बचा जा सके। उन्होंने कोरोना संकट के समय समाज सेवा के लिए कार्य करने वाले तथा अपनी जिम्मेदारी निभाने वाले वालिंटियर्स, प्रशासनिक अधिकारी, डाक्टर, इंजीनियर, पुलिस प्रशासन, मीडिया को धन्यवाद और शुभकामनाए दी।
कार्यक्रम को सांसद मोहन मंडावी ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण में श्रीराम बालकदास महात्यागी जी ने कहा कि पूरे भारत मे छत्तीसगढ़ ही ऐसा प्रदेश है जिसे छत्तीसगढ़ महतारी कह के पुकारा जाता है ऐसे छत्तीसगढ़ को अनुसुइया उइके जी जैसे राष्ट्रवाद समाज के लिए समर्पित मातृशक्ति का राज्यपाल के रूप में संरक्षण मिल रहा है यह छत्तीसगढ़ वासियों के लिए सौभाग्य की बात है पाटेश्वर धाम के विकल्पों के बारे में श्री राम बालक दास जी ने बताया कि यहां विगत 15 वर्षों से विश्व की अद्वितीय मां कौशल्या जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हो रहा है जिसका अवलोकन महामहिम राज्यपाल जी ने आज किया है साथ ही श्री पाटेश्वर संस्कार वाहिनी के गठन की प्रक्रिया समाज में सेवा सुरक्षा संस्कार के लिए गांव-गांव में किया जा रहा है l
वर्ष 2021 में 1 लाख लोगों का पंजीयन पाटेश्वर सेवा संस्थान के द्वारा किया जाएगा इसी तरह पाटेश्वर धाम में आने वाले यात्रियों के लिए श्री सीता रसोई मैं निशुल्क भोजन बनता है हजारों लोग यहां भोजन करते हैं जिसकी महामहिम राज्यपाल जी ने आज प्रशंसा की है आगे बोलते हुए श्री राम बालक दास जी ने महामहिम राज्यपाल जी से पाटेश्वर धाम में आने वाले यात्रियों की मूलभूत सुविधाएं एवं क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर उस पर त्वरित कार्रवाई करने की मांग की और पाटेश्वर धाम को पट्टा प्रदान करके सुरक्षित करने के लिए भी आवेदन किया l
अंत में पाटेश्वर धाम के पूर्व सचिव स्वर्गीय श्री कामता प्रसाद साहू जी की धर्मपत्नी श्रीमती गौरी देवी साहू को धर्म योद्धा सम्मान देकर राज्यपाल ने सम्मानित किया साथ ही संस्कार वाहिनी के बहनों को कंप्यूटर एवं सिलाई मशीन भी प्रदान किया गया इस अवसर पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक सहित अपर कलेक्टर डाॅ.एके.बाजपेयी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीआर.पोर्ते, एसडीएम ऋषिकेश तिवारी व ग्रामीण उपस्थित थे।