अच्छा खाने का शौक हर कोई रखता है, लेकिन जो हम जो खाते हैं उसको जैसे पचाते हैं, क्या वो ठीक तरीका होता है. जीवन में जितना अच्छे खाने का महत्व है उतना ही पचाने का भी महत्व है. आपको बता दें कि अच्छा पाचन हमें स्वस्थ रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है. जबकि पाचन सही तरीके से नहीं होता है तो कई तरह की बीमारी शरीर में पैदा हो जाती हैं, जैसे कब्ज, स्किन प्रॉब्लम, एनीमिया जैसे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. आज के वक्त में बाजार में कई ऐसी चीजें मिलती हैं, जो आपके पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक करने का दावा करती हैं.
हालांकि पाचन क्रिया को बढ़ाने और आंतों की स्थिति में सुधार करने के लिए प्राकृतिक उपचारों का पालन करना सबसे अच्छा है. आयुर्वेद में कई ऐसे नेचुरल उपाय बताए गए हैं जो आपके पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं. अगर आप अपनी दिनचर्या और आहार में छोटे-छोटे बदलाव करते हैं तो पाचन संबंधी परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं, तो आइए जानते हैं कुछ खास टिप्स-
भोजन के बाद वज्रासन
दोपहर के भोजन के बाद वज्रासन करना काफी फायदेमंद होता है. वज्रासन में बैठने से आपके पेट में रक्त परिसंचरण में सुधार होता है और पाचन और अवशोषण आसान हो जाता है.
दोपहर के भोजन के साथ छाछ लें
अगर आप अच्छा पाचन चाहते हैं तो छाछ को पिएं. छाछ प्रोबायोटिक लाभों से भरा हुआ पेट को ठंडा करने वाला और अम्लता के लक्षणों से राहत के लिए आदर्श है. इसको दोपहर के खाने से जरूर लें.
बेमेल भोजन खाने से बचें
आयुर्वेद में कुछ ऐसी खाने की चीजों के बारे में बताया गया है, जिनसे हमें दूर रहना चाहिए. फल और दूध, मछली और दूध, शहद और गर्म पानी, ठंडे और गर्म खाद्य पदार्थ एक साथ कुछ ऐसे फूड कॉम्बिनेशन हैं जिनको एक साथ नहीं खाना चाहिए, इससे आपके पाचन को परेशानी हो सकती है.
फलियां और नट्स भिगोकर खाएं
फलियां और नट्स को हर कोई खाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि इनमें फाइटिक एसिड होता है जो हमारे आंत के लिए उनसे पोषक तत्वों को अवशोषित करना मुश्किल बना देता है. इसलिए इनको भिगोकर खाना चाहिए, क्योंकि इन्हें भिगोने से फाइटिक एसिड निकल जाता है और शरीर में आसानी से पच जाते हैं. कच्चे भोजन को अच्छी तरह से मेटाबोलाइज करने के लिए अच्छे आंत स्वास्थ्य की आवश्यकता होती है. इसलिए हमेशा पका हुआ खाना ही खाएं.
रोजाना 5000 कदम चलें
वॉक करना हेल्थ के लिए काफी अच्छा होता है. ऐसे में आप जितना ज्यादा आप हिलते-डुलते हैं, उतनी ही आपकी पाचन क्रिया में सुधार होता है. तो फिर यदि आप व्यायाम करने के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं, तो रोजाना कम से कम 5000 कदम आपको चलना चाहिए, इससे आपके पाचन में सुधार करने में मदद मिलेगी.