मध्यप्रदेश : भिंड/चार हजार रिश्वत लेते सीएमएचओ का बाबू रंगे हांथो गिरफ्तार,जानिए क्या है मामला

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चार हजार रिश्वत लेते सीएमएचओ का बाबू रंगे हांथो गिरफ्तार

रिश्वत के पैसे छूने वाले ड्राइवर एवं कैशियर भी बनाया गया आरोपी

   

VM News desk Bhind :-

ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने भिंड सीएमएचओ कार्यालय के वाहन शाखा के बाबू अजेंद्र सिंह कुशवाह को घर में चार हजार रुपए की रिश्त लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। बाबू ने सीएमएचओ के छापामार दल में शामिल आयुष चिकित्सक डा. राजकुमा दुबे के साथ मऊ कस्बे में एक्युप्रेशर की क्लिनिक संचालित करने वाले डाक्टर से छह हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। रिश्वत के दो हजार पहले से ले चुके थे। चार हजार बुधवार को घर में लिए। रिश्वत की रकम को बाबू के निजी ड्राइवर और साथी बैंक कैशियर ने भी छू ली। इससे लोकायुक्त पुलिस ने इनलोगों भी आरोपी बनाया है। बाबू के साथ इनलोगो के भी हाथ भी रंगे पाए गए।

ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम में शामिल निरीक्षक सुरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि मऊ कस्बे में शैलेंद्र सिंह पवैया क्लिनिक संचालित कर रहे हैं। बीते दिनों छह सितंबर को पवैया ने लोकायुक्त एसपी ग्वालियर को आवेदन देकर बताया कि क्लिनिक संचालित करने के एवज में भिंड सीएमएचओ कार्यालय के छापामार दल में शामिल बाबू अजेंद्र सिंह कुशवाह, आयुष चिकित्सक डा. राजकुमार दुबे छह हजार रुपए की रिश्वत मांग उनसे कर रहे हैं।

शैलेंद्र ने बताया कि वह दो हजार रुपए पहले ही दे चुका है, लेकिन बाबू और चिकित्सक चार हजार रुपए की रकम  और देने के लिए उसको धमका रहे हैं। पार्थी की शिकायत मिलने पर लोकायुक्त पुलिस कार्यालय से मंगलवार को एक कर्मचारी को शैलेंद्र के साथ भिंड भेजा गया। बाबू अजेंद्र ने बुधवार को घर आकर चार हजार की रिश्वत देने के लिए कहा। रिकार्डिंग करने के बाद बुधवार को लोकायुक्त पुलिस की टीम तैयार हुई। टीम शैलेंद्र को कैमिकलयुक्त

चार हजार रुपए देकर भिंड आई। शैलेंद्र ने जिला अस्पताल परिसर स्थित बाबू अजेंद्र सिंह कुशवाह को उनके घर जाकर चार हजार रुपए की रिश्वत दी। रिश्वत देने के बाद शैलेंद्र ने टीम को इशारा किया। टीम ने मौके पर ही बाबू को दबोच लिया।

 बाबू ने ड्राइवर को दे दी थी रिश्वत की रकम

लोकायुक्त पुलिस निरीक्षक सुरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि शैलेंद्र रिश्वत में रसायन लगे रुपए लेकर बाबू के घर पहुंचा तो बाबू ने रुपए सीधे अपने हाथ में नहीं लिए। रुपए बाबू के ड्राइवर अजीत सिंह ने लिए। उसने बाबू के घर बैठे उनके मित्र सहकारी बैंक के कैशियर श्याम सिंह तोमर को रिश्वत के रुपए दिए। तोमर ने बाबू को यह रकम दी। इस तरह से तीनों के हाथ में रिश्वत के रुपयों का रसायन लग गया। लोकायुक्त पुलिस ने हाथ धुलवाए तो तीनों के हाथों से रंग छूटा। इससे लोकायुक्त पुलिस ने बाबू अजेंद्र सिंह, आयुष चिकित्सक डा. राजकुमार दुबे, ड्राइवर अजीत सिंह, कैशियर श्याम सिंह तोमर पर रिश्वत मांगने और रिश्वत लेने की एफआइआर दर्ज की है।

 

“सीएमएचओ के बाबू को रिश्वत लेते हुए घर में पकड़ा है। रिश्वत की रकम उसके ड्राइवर और साथी के हाथों से होकर पहुंची है। इससे बाबू और डाक्टर के साथ-साथ इन्हें भी आरोपी बनाया है।

सुरेंद्र सिंह यादव, निरीक्षक, लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर

 

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